SSC CHSL Syllabus 2024-किसी भी उम्मीदवार के लिए सबसे जरूरी होता है की जिस भी परीक्षा में उम्मीदवार ने आवेदन किया हो उस प्रतियोगी परीक्षा का पाठ्यक्रम (सिलेबस ) और परीक्षा पैटर्न की पूर्ण जानकारी होना । यदि उम्मीदवार को उस परीक्षा का पाठ्यक्रम का ही पता नहीं होता है तो वह उम्मीदवार उस परीक्षा की तैयारी किस प्रकार करेगा ।
आप को इस लेख में SSC CHSL Syllabus 2024 / कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission) के द्वारा आयोजित की जाने वाली संयुक्त उच्चतर माध्यमिक (10+2) स्तरीय परीक्षा (Combined Higher Secondary (10+2) Level Examination, 2024) के (Tier 1 and 2) के आयोग द्वारा वर्तमान में संशोधित पाठ्यक्रम का विस्तार से विवरण मिलेगा । कृपया लेख को पूर्ण पढ़े ।
Importan Points
SSC CHSL Syllabus 2024 Overview
कर्मचारी चयन आयोग ने अपने नवीनतम अधिसूचना में SSC CHSL Exam 2024 के लिए नये परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम की घोषणा की है। उम्मीदवारों को इन बदलावों को समझना जरुरी है (यदि कोई हो , जो आधिकारिक द्वारा किए गए हैं,) और प्रभावी तरीके से तैयारी के लिए नए पाठ्यक्रम से अवगत होना जरूरी है।
SSC CHSL Syllabus 2024 Overview | |
Commission | कर्मचारी चयन आयोग |
Exam Name | SSC CHSL 2024 |
SSC CHSL Tier 1 Exam Date 2024 | 1st, 2nd, 3rd, 4th, 5th, 8th, 9th, 10th, 11th, 12th July 2024 |
Mode of Exam | Online |
Negative Marking | Tier 1- 0.5 marks Tier 2- 1 mark |
Selection Process | Tier 1 and Tier 2 |
Official website | https://ssc.gov.in/ |
SSC CHSL 2024 Selection Process
The SSC CHSL 2024 exam में दो भाग होते हैं। पहले भाग में, उम्मीदवारों को बहुविकल्पीय प्रश्नों का उत्तर देना होता है। दूसरे भाग में, उन्हें तीन खंड पूरे करने होते हैं, प्रत्येक में दो मॉड्यूल होते हैं।
SSC CHSL Minimum Qualifying Marks
टियर-II परीक्षा में सामिल होने के लिए टियर-I, सेक्शन-I, सेक्शन-II और सेक्शन-III के मॉड्यूल-I में न्यूनतम योग्यता अंक इस प्रकार हैं:
SSC CHSL Tier-I Exam Pattern
- SSC CHSL टियर I परीक्षा एक कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन टेस्ट (CBT) परीक्षा है जो ऑनलाइन आयोजित की जाती है।
- SSC CHSL टियर-I पेपर को हल करने के लिए उम्मीदवारों को कुल 60 मिनट का समय दिया जाता है, जिसमें 100 प्रश्न होते हैं, जिनकी कुल संख्या 200 अंक (प्रत्येक प्रश्न 2 अंक) होती है।
- प्रत्येक गलत प्रयास के लिए, उम्मीदवारों को टियर -1 परीक्षा में 1/2 अंक का दंड दिया जाता है।
SSC CHSL Syllabus for Tier-I Exam
1.Indicative Syllabus (Tier-I): English Language
इस परीक्षा के अंग्रेजी भाषा खंड में आपको निम्नलिखित प्रकार के प्रश्नों का सामना होगा:
- त्रुटियों की पहचान: वाक्यों में गलतियों की पहचान करना।
- खाली जगह भरना: उपयुक्त शब्दों से वाक्यों को पूरा करना।
- पर्यायवाची या समानार्थी शब्दों का प्रयोग: समान या उल्टे अर्थों वाले शब्दों की पहचान करना।
- विलोम शब्दों की पहचान: विपरीत अर्थों वाले शब्दों की पहचान करना।
- सही और गलत वर्तनियों का पता लगाना: सही वर्तनियों की पहचान करना और गलत वर्तनियों को सुधारना।
- मुहावरे और कहावतें: सामान्य उपयोग में आने वाले मुहावरों और कहावतों को समझना और प्रयोग करना।
- एक-शब्द प्रतिस्थापन: वाक्य को एक शब्द से बदलना।
- वाक्यों को सुधारना: वाक्यों को स्पष्टता और व्याकरणिक सहीता के लिए सुधारना।
- क्रिया की सक्रिय/निष्क्रिय आवाज: सक्रिय आवाज या निष्क्रिय आवाज के बदलने का प्रयास करना।
- प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष बोलचाल: प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष बोलचाल के रूप को बदलने का प्रयास करना।
- वाक्यों के भागों को बदलना: वाक्यांशों के भागों को पुनः व्यवस्थित करना।
- एक गद्यांश में वाक्यों को बदलना: पैराग्राफ में वाक्यों को पुनः व्यवस्थित करना।
- क्लोज़ पैसेज: एक पैसेज में खाली जगहों को उपयुक्त शब्दों से भरना।
- बोधगम्य पैसेज: दिए गए पैसेज के आधार पर प्रश्नों का उत्तर देना।
2.General Intelligence:
इसमें मौखिक और गैर-मौखिक दोनों प्रकार के प्रश्न शामिल होंगे। परीक्षण में सिमेंटिक एनालॉजी, सिम्बोलिक पर प्रश्न शामिल होंगे
संचालन, प्रतीकात्मक/संख्या सादृश्य, रुझान, चित्रात्मक सादृश्य, स्थान
अभिमुखीकरण, अर्थ वर्गीकरण, वेन आरेख, प्रतीकात्मक/संख्या
वर्गीकरण, आरेखण अनुमान, चित्रात्मक वर्गीकरण, छिद्रित छेद/
पैटर्न-फोल्डिंग और अनफोल्डिंग, सिमेंटिक सीरीज, फिगरल पैटर्न-फोल्डिंग और
87 में से पृष्ठ 19
पूर्णता, संख्या श्रृंखला, एंबेडेड आंकड़े, चित्र श्रृंखला, महत्वपूर्ण
सोच, समस्या समाधान, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, शब्द निर्माण, सामाजिक
इंटेलिजेंस, कोडिंग और डी-कोडिंग, संख्यात्मक संचालन, अन्य उप-विषय, यदि
कोई भी।
3 Quantitative Aptitude:
- संख्या प्रणाली: पूर्ण संख्या, दशमलव और भिन्नों की गणना, संख्याओं के बीच संबंध
- मौलिक अंकगणितीय क्रियाएँ: प्रतिशत, अनुपात और समानुपात, वर्गमूल, औसत, ब्याज (साधारण और चक्रवृद्धि), लाभ और हानि, डिस्काउंट, साझेदारी व्यावसाय, मिश्रण और आरोपण, समय और दूरी, समय और काम
- बीजगणित: स्कूली बीजगणित की मौलिक पहचानें और प्राथमिक गणितीय सूर्दों (सरल समस्याएं) और रेखांकन।
- ज्यामिति: प्राथमिक ज्यामितिक आकृतियों और तथ्यों की परिचय: त्रिभुज और इसके विभिन्न प्रकारों के केंद्र, त्रिभुजों की समानता और समरूपता, वृत्त और इसके तारें, स्पर्शिक, वृत्त के तारों द्वारा उत्पन्न कोण, दो या दो से अधिक वृत्तों के सामान्य स्पर्शिक।
- मापन: त्रिभुज, चतुर्भुज, नियमित बहुभुज, वृत्त, सही प्रिज्म, सही वृत्ताकार कोन, सही वृत्ताकार बेलन, गोला, गोला, आधार सहित नियमित सही पिरामिड।
- त्रिकोणमिति: त्रिकोणमिति, त्रिकोणमितीय अनुपात, पूरक कोण, ऊंचाई और दूरियाँ (केवल सरल समस्याएं) मानक पहचान जैसे sin²𝜃 + Cos²𝜃=1 आदि।
- सांख्यिकीय चार्ट: पहचान और ग्राफ का प्रयोग: हिस्टोग्राम, आवृत्ति बहुभुज, बार डायाग्राम, पाई-चार्ट।
4.General Awareness:सामान्य जागरूकता:
प्रश्न उम्मीदवार के आस-पास की वातावरणिक जागरूकता और उसके समाज में लागू होने का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। प्रश्नों का उद्देश्य वर्तमान घटनाओं और ऐसे प्रश्नों के ज्ञान का है जो एक शिक्षित व्यक्ति से उम्मीद किया जा सकता है, जो उनके वैज्ञानिक पहलु की दृष्टि से प्रत्येकदिन के अनुभव और अवलोकन का है। परीक्षण में भारत और उसके पड़ोसी देशों के इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक स्थिति, सामान्य नीति और वैज्ञानिक अनुसंधान से संबंधित प्रश्न भी शामिल होंगे।
VH उम्मीदवारों के लिए, 40% और उससे अधिक दृष्टि की विकलांगता वालों के लिए सामान्य बुद्धिमत्ता और मात्रात्मक योग्यता भागों में मानचित्र/ग्राफ/आरेख/सांख्यिकीय आंकड़े का कोई भाग नहीं होगा।
SSC CHSL Syllabus for Tier-II Exam
इस पाठ में, प्रत्येक विषय के अंशों का विस्तारवादी पाठ्यक्रम दिया गया है:
भाग-I (गणितीय क्षमताएं):
- संख्या प्रणाली: पूर्ण संख्या, दशमलव और भिन्नों की गणना, संख्याओं के बीच संबंध।
- मौलिक अंकगणितीय क्रियाएँ: प्रतिशत, अनुपात, वर्गमूल, औसत, ब्याज (साधारण और चक्रवृद्धि), लाभ और हानि, डिस्काउंट, साझेदारी व्यावसाय, मिश्रण और अल्लिगेशन, समय और दूरी, समय और काम।
- बीजगणित: स्कूली बीजगणित की मौलिक पहचानें और प्राथमिक सूर्द (सरल समस्याएं) और रेखांकन।
- ज्यामिति: प्राथमिक ज्यामितिक आकृतियों और तथ्यों की परिचय।
- मापन: त्रिभुज, चतुर्भुज, नियमित बहुभुज, वृत्त, सही प्रिज्म, सही वृत्ताकार कोन, सही वृत्ताकार बेलन, गोला, गोला, आधार सहित नियमित सही पिरामिड।
- त्रिकोणमिति: त्रिकोणमिति, त्रिकोणमितीय अनुपात, पूरक कोण, ऊंचाई और दूरियाँ (केवल सरल समस्याएं) मानक पहचान जैसे sin²𝜃 + Cos²𝜃=1 आदि।
- सांख्यिकी और संभावना: प्रतिष्ठानों का प्रयोग और ग्राफिक्स का उपयोग: हिस्टोग्राम, आवृत्ति बहुभुज, बार-आरेख, पाई-चार्ट; केंद्रीय प्रवृत्ति के माप: माध्य, माध्यम, मोड, मानक विचलन; सरल संभावनाओं की गणना।
भाग-II (तर्कबुद्धि और सामान्य बुद्धिमत्ता):
- वर्बल और गैर-वर्बल प्रकार के प्रश्न।
- सामान्य बुद्धिमत्ता और तात्त्विक बुद्धिमत्ता से संबंधित प्रश्न।
भाग-III (अंग्रेजी भाषा और समझ):
वर्तनी, वाक्य संरचना, पर्यायवाची, विलोम, त्रुटि की पहचान, रिक्तियों को भरना, उपयुक्त संवाद आदि।
भाग-IV (सामान्य जागरूकता):
पर्यावरण और समाज के आस-पास की जागरूकता का परीक्षण, वर्तमान घटनाओं और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रत्येकदिन के अनुभव के मामले, भारत और उसके पड़ोसी देशों के इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक स्थिति, सामान्य नीति और वैज्ञानिक अनुसंधान से संबंधित प्रश्न।
भाग-V (कंप्यूटर प्रवीणता):
कंप्यूटर की आधारिक जानकारी, सॉफ़्टवेयर, इंटरनेट और ई-मेल, नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा।
Download Notification | Click here |
Download Syllabus | Click here |
For Updates | Click here |
Join Our WhatsApp Channel | Join Now |
Join Our Telegram Channel | Join Now |
SSC CHSL Syllabus 2024, Revised Syllabus for Tier 1 and 2
What is the syllabus in SSC CHSL?
त्रुटियों की पहचान: वाक्यों में गलतियों की पहचान करना।
खाली जगह भरना: उपयुक्त शब्दों से वाक्यों को पूरा करना।
पर्यायवाची या समानार्थी शब्दों का प्रयोग: समान या उल्टे अर्थों वाले शब्दों की पहचान करना।
विलोम शब्दों की पहचान: विपरीत अर्थों वाले शब्दों की पहचान करना।
सही और गलत वर्तनियों का पता लगाना: सही वर्तनियों की पहचान करना और गलत वर्तनियों को सुधारना।
मुहावरे और कहावतें: सामान्य उपयोग में आने वाले मुहावरों और कहावतों को समझना और प्रयोग करना।
एक-शब्द प्रतिस्थापन: वाक्य को एक शब्द से बदलना।
वाक्यों को सुधारना: वाक्यों को स्पष्टता और व्याकरणिक सहीता के लिए सुधारना।
क्रिया की सक्रिय/निष्क्रिय आवाज: सक्रिय आवाज या निष्क्रिय आवाज के बदलने का प्रयास करना।
प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष बोलचाल: प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष बोलचाल के रूप को बदलने का प्रयास करना।
वाक्यों के भागों को बदलना: वाक्यांशों के भागों को पुनः व्यवस्थित करना।
एक गद्यांश में वाक्यों को बदलना: पैराग्राफ में वाक्यों को पुनः व्यवस्थित करना।
क्लोज़ पैसेज: एक पैसेज में खाली जगहों को उपयुक्त शब्दों से भरना।
बोधगम्य पैसेज: दिए गए पैसेज के आधार पर प्रश्नों का उत्तर देना।