Aatma Yojana – आत्मा योजना विश्व बैंक द्वारा सम्पोषित राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी परियोजना है, इस योजना के माध्यम से विभिन्न राज्य सरकारे अपने राज्य के ऐसे किसान जो खेती एवं पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और नवाचार करने में अग्रणी होते है, उन किसानों को इस योजना के माध्यम से सम्मानित किया किया जाता है।
आत्मा योजना में चयनित अग्रणी किसानों को केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा राज्य स्तर पर राषि 50 हजार रुपए, जिला स्तर पर 25 हजार रुपए और पंचायत समिति स्तर पर 10 हजार रुपए प्रति कृषक पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इस योजना की पात्रता सम्न्धित जानकारी के लिए लेख को पूर्ण पढ़े।
Aatma Yojana Overview
आत्मा योजना में कृषि क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले किसानों को पुरस्कार दिया जाता है। इस योजना में मुख्य पांच कार्य शामिल है जैसे -(कृषि, उद्यानिकी, जैविक खेती, पशुपालन व डेयरी और खेती के क्षेत्र में नवाचार) इन कार्यो में अग्रणी को सम्मानित किया किया जाता है। योजना की आवेदन प्रक्रिया और चयन प्रक्रिया को जानने के इच्छुक किसान भाई लेख को पूर्ण पढ़े –
विषय -वस्तु | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | आत्मा योजना (Aatma Yojana) |
देश | भारत |
संगठन | कृषि विभाग |
योजना की शुरुआत | विभिन्न राज्यों में अलग -अलग समय में |
उदेश्य | कृषि विकास, किसानों की आय को बढ़ाना |
आवेदन प्रकार | ऑनलाइन/ ऑफ़लाइन |
लाभार्थी | विभिन्न कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ किसान |
लाभ | किसानों को पुरस्कार दिया जाता है |
पुरस्कार राशी | राज्य स्तर पर राषि 50 हजार रुपए, जिला स्तर पर 25 हजार रुपए पंचायत समिति स्तर पर 10 हजार रुपए प्रति कृषक पुरस्कार |
किसानों की संख्या | प्रतेक स्तर पर 05 किसान |
Official Website | विभिन्न राज्यों में अलग -अलग |
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आत्मा योजना की पात्रता शर्ते क्या है?
इस योजना की पात्रता प्राप्त करने के लिए किसान को कृषि विभाग के द्वारा निर्धारित विभिन्न पात्रता की शर्तो को पूर्ण करना होता है, जिसके लिए किसान को इस योजना से सम्न्धित कार्यो में अन्य किसानों से अग्रणी होना होता है। इस योजना की कुछ मुख्य पात्रता की शर्ते निम्नलिखित है सभी किसान भाई ध्यानपूर्वक पढ़े।
- सबसे पहले आवेदक किसान भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक किसान कृषि, उद्यानिकी, जैविक खेती, पशुपालन व डेयरी और खेती के क्षेत्र में नवाचार कार्यो से होना चाहिए।
- जो जैविक खेती के तहत वर्मीकम्पोस्ट, सुपरकम्पोस्ट, गोबर की खाद, जीवामृत, बीजामृत के उपयोग से जैविक उत्पादन लेते हैं. इसके अलावा वे किसान जिन्होंने खेती में कोई नवाचार किया है या कृषि आधारित उत्पादों के प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन का कार्य कर रहे हों।
- उद्यानिकी उद्यम अन्तर्गत हाईटेक उद्यानिकी, सूक्ष्म सिचाई संयंत्र, सब्जी एवं बागवानी, पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र में उन्नत नस्ल के पशु, नियमित टीकाकरण, पशु को संतुलित आहार, कृत्रिम गर्भाधान, दुग्ध उत्पादन लेने वाले किसान शामिल हैं।
- आवेदक किसान के पास आवश्यक दस्तावेजों का होना भी अनिवार्य है।
आत्मा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या है?
- योजना का आवेदन फॉर्म
- किए गए कामों की 5-6 फोटो
- आधार कार्ड
- जमाबंदी
- बैंक पासबुक
- पहचान पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- किसान की ओर से अपनाई जा रही उन्नत तकनीक की फोटो/सीडी देनी होती है आदि।
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आत्मा योजना के लिए आवेदन कैसे करे?
इस योजना में आवेदन करने के लिए इच्छुक किसान निचे लिखे दिशा निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़े और योजना का लाभार्थी बनकर विभिन्न लाभ प्राप्त करे।
- इस योजना में ऑफलाइन आवेदन करने के लिए किसान को अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र पर जाना होगा।
- उसके बाद किसान को कृषि अधिकारी से मिल कर इस योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
- उसके बाद किसान को अपने कृषि कार्यो में अपनाई, जा रही उन्नत तकनीक की सम्पूर्ण जानकारी कृषि अधिकारी को देनी चाहिए।
- इसके बाद कृषि अधिकारिक आप का आवेदन इस योजना में करेगा।
How to Apply Online for Aatma Yojana?
- सबसे पहले किसान को अपने राज्य की आत्मा योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद आवेदक किसान को Apply Online के विकल्प का चयन करना होगा।
- इसके बाद किसान को अपना पंजीकरण करना होगा।
- अब आवेदक किसान को आवेदन फॉर्म, में अपनी और अपने कार्य क्षेत्र की जानकारी दर्ज करनी होगी।
- साथ ही सभी आवश्यक दस्तावेज और किसान की ओर से अपनाई जा रही उन्नत तकनीक की फोटो/सीडी आदि को आवेदन फॉर्म के साथ अपलोड करना होगा।
- इसके बाद किसान आवेदन फॉर्म को सबमिट करते हुए पूर्ण कर सकता है।
- अब कृषि अधिकारियों के द्वारा किसान के आवेदन फॉर्म का सत्यापन किया जाएगा।
- और सभी शर्तो को पूर्ण करने वाले किसान को सम्मानित किया जाएगा।
आत्मा योजना के लाभ
- आत्मा योजना में शामिल होने पर किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों के संचालन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- इस योजना में अगर एक बार किसान जुड़ जाता है, तो उसे लगातार इसका लाभ मिलता रहता है।
- यह योजना किसानों की आय बढ़ाने में सहायक है।
- इस योजना के तहत किसानों को श्रेष्ठ कार्य के लिए पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है।
आत्मा योजना के उदेश्य
- आत्मा योजना का उद्देश्य किसान समूहों व संगठन को प्रोत्साहन देना।
- कृषि प्रसार प्रबंधन को सशक्त बनाना।
- परिचालन, मार्गदर्शन एवं निर्णय लेने की प्रक्रिया, का विकेंद्रीकरण करना।
- किसानों की सक्रिय भागीदारी से सामरिक अनुसंधान एवं प्रसार योजना बनाना।
- खंड स्तर के सभी भागीदारों के मध्य समन्वय एवं एकीकरण करना।
- किसान समूहों या संगठनों को प्रोत्साहन देना।
- प्रौद्योगिकी प्रसार में अंतर कम करना।
- किसान का विपणन, प्रसंस्करण से जुड़ाव करना।
- विस्तार विभाग का पुर्नगठन करना।
- किसानों के लिए प्रशिक्षण और ज्ञावर्धक कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करना।
आत्मा योजना क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे पैमाने पर खेती करने वाले किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय को दोगुना करना है इस योजना के माध्यम से किसान और कृषि वैज्ञानिक एक-दूसरे के आमने-सामने आते हैं। कृषि वैज्ञानिक किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करने का प्रशिक्षण देते हैं।
आत्मा योजना की पात्रता क्या है?
सबसे पहले आवेदक किसान भारतीय नागरिक होना चाहिए।
आवेदक किसान कृषि, उद्यानिकी, जैविक खेती, पशुपालन व डेयरी और खेती के क्षेत्र में नवाचार कार्यो से होना चाहिए।
जो जैविक खेती के तहत वर्मीकम्पोस्ट, सुपरकम्पोस्ट, गोबर की खाद, जीवामृत, बीजामृत के उपयोग से जैविक उत्पादन लेते हैं. इसके अलावा वे किसान जिन्होंने खेती में कोई नवाचार किया है या कृषि आधारित उत्पादों के प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन का कार्य कर रहे हों।
उद्यानिकी उद्यम अन्तर्गत हाईटेक उद्यानिकी, सूक्ष्म सिचाई संयंत्र, सब्जी एवं बागवानी, पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र में उन्नत नस्ल के पशु, नियमित टीकाकरण, पशु को संतुलित आहार, कृत्रिम गर्भाधान, दुग्ध उत्पादन लेने वाले किसान शामिल हैं।
आवेदक किसान के पास आवश्यक दस्तावेजों का होना भी अनिवार्य है।