PM-Kisan Yojana की 21वीं किस्त को लेकर किसानों में काफी उत्सुकता है, क्योंकि हर बार की तरह इस बार भी सरकार किसानों के खातों में सीधे ₹2000 की सहायता राशि भेजने जा रही है। हालाँकि अभी तक इसकी आधिकारिक तारीख जारी नहीं की गई है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों के पैटर्न को देखते हुए यह उम्मीद ज़रूर की जा सकती है कि किस्त दिसंबर के पहले या दूसरे हफ्ते में ही किसानों के खातों में पहुँचेगी। सरकार की कोशिश रहती है कि राशि समय पर किसानों तक पहुँचे, ताकि वे रबी सीजन की खेती में इसका उपयोग कर सकें। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यही है कि किसान भाइयों को बिना किसी बिचौलिए सीधे उनके बैंक खाते में पैसे मिलते हैं, जो पारदर्शिता और विश्वास दोनों को बढ़ाते हैं।
21वीं किस्त कब आएगी और कैसे चेक करें?
सरकार की तरफ से आधिकारिक तारीख भले ही घोषित नहीं हुई है, लेकिन अनुमान के अनुसार किस्त दिसंबर 2025 के शुरुआती दो हफ्तों में आने की संभावना है। किसान अपनी किस्त का स्टेटस बहुत आसानी से घर बैठे मोबाइल पर चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है, जहाँ “Beneficiary Status” का ऑप्शन मिलता है। यहाँ किसान मोबाइल नंबर, आधार नंबर या बैंक अकाउंट नंबर डालकर किस्त की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। OTP वेरिफिकेशन के बाद स्क्रीन पर साफ दिख जाता है कि किस्त कब तक उनके खाते में क्रेडिट होगी। यह प्रक्रिया बिल्कुल आसान और तेज है, जिसे कोई भी किसान कुछ ही मिनटों में पूरा कर सकता है।
किन कारणों से किस्त रुक सकती है?
कई बार ऐसा होता है कि कुछ किसानों की किस्त समय पर नहीं पहुँच पाती। इसका मुख्य कारण e-KYC का पूरा न होना होता है, क्योंकि सरकार अब हर किसान की पहचान और बैंक वेरिफिकेशन सुनिश्चित कर रही है। इसके अलावा आधार कार्ड और बैंक खाते का लिंक न होना भी किस्त आने में देरी कर सकता है। वहीं, भूमि रिकॉर्ड में गड़बड़ी या विवरण में मिसमैच होने पर भी भुगतान रुक सकता है। इसलिए किसानों को चाहिए कि वे जल्द से जल्द अपनी e-KYC पूरी करवाएँ, आधार-बैंक लिंकिंग चेक करें और यह भी सुनिश्चित करें कि जमीन के रिकॉर्ड में उनकी जानकारी सही है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मोबाइल नंबर को आधार और बैंक खाते से लिंक रखें, ताकि उन्हें हर अपडेट तुरंत मिल सके। PM-Kisan पोर्टल पर अपने दस्तावेज़ और बैंक डिटेल्स की समय-समय पर जांच करते रहें। अगर किसी किसान की किस्त पेंडिंग दिखाई देती है, तो वह अपने नजदीकी CSC सेंटर या कृषि कार्यालय में जाकर समस्या का समाधान करा सकता है। सरकार लगातार इस योजना को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाने पर काम कर रही है, ताकि कोई भी किसान लाभ से वंचित न रह जाए।





